गुरुवार, 25 जून 2020

रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते है ? रासायनिक अभिक्रिया की विशेषताओं को लिखें ?

रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते है ? रासायनिक अभिक्रिया की विशेषताओं को लिखें ? 

                     रासायनिक अभिक्रिया -

      जब कोई पदार्थ अकेले या किसी अन्य पदार्थो से क्रिया करके भिन्न गुण वाले एक या एक से अधिक नए पदार्थो का निर्माण का निर्माण करता है | तब इस प्रकार की अभिक्रिया को रासायनिक अभिक्रिया कहा जाता है |

    अभिकारक - वैसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेकर नए पदार्थ का निर्माण करता है अभिकारक कहलाता है |

         जैसे - H2 + Cl2 ➝ 2HCl
   तीर के बाएं तरफ के पदार्थ को अभिकारक कहा जाता है | इसमें H2 और Cl2 , ये दोनों अभिकारक है |

           प्रतिफल - जब पदार्थ रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेता है तो रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप बने नए पदार्थ को प्रतिफल कहा जाता है | अर्थात तीर चिन्ह के दाहिने तरफ के पदार्थ को प्रतिफल कहा जाता है |
     जैसे - CaCO3 ➝ CaO + CO2
 इसमें CaO और CO2 प्रतिफल है |

       रासायनिक अभिक्रियाओं की विशेषताएं -


 (1) गैस की उत्पति - कुछ रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप गैस की उत्पति होती है |
     जैसे - दानेदार जस्ता की अभिक्रिया तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल या तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से कराई जाती है | तो हाइड्रोजन गैस की उत्पति होती है |
(2) रंग में परिवर्तन - कुछ रासायनिक अभिक्रियाओं के फलस्वरूप रंग में भी परिवर्तन होता है |
              जैसे - पोटैशियम डाइक्रोमेट के अम्लीय विलयन का रंग नारंगी होता है | लेकिन इसमें सल्फर डाईऑक्साइड गैस प्रवाहित किया जाए तो विलयन का रंग नारंगी से हरा हो जाता है |
(3) ताप में परिवर्तन  - कुछ रासायनिक अभिक्रियाओं के फलस्वरूप ताप में परिवर्तन होता है |
       जैसे - कलि चुना के एक ढेले पर जल गिराया जाता है| तो पर्याप्त मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है | जिससे उसका ताप बढ़ जाता है |

           *  ऊष्माक्षेपी  अभिक्रिया - 

वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा उत्पन्न होती है | उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया या केवल ऊष्माक्षेपी कहा जाता है |
  जैसे -  कली चुना पर जल गिराया जाता है | तो उससे ऊष्मा उत्पन्न होती है | यह ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है |

           *  ऊष्माशोषी अभिक्रिया -

 वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमे अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा का शोषण होता है | उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहा जाता है |
             जैसे - एक परखनली में थोड़ा अमोनियम क्लोराइड लेकर उसमे बेरियम हाइड्राऑक्साइड का विलयन डाला जाता है | तो अभिक्रिया के फलस्वरूप बेरियम क्लोराइड , अमोनिया एवं जल का निर्माण होता है |इस अभिक्रिया - मिश्रण का ताप घट जाता है ,जिससे स्पर्श करने पर ठंडक महसूस होती है |
(4) अवस्था में परिवर्तन - कुछ रासायनिक अभिक्रियाओं के फलस्वरूप उस पदार्थ की अवस्था में भी परिवर्तन होता है |जैसे - मोमबत्ती को जलाने पर मोम का कुछ हिस्सा द्रवित होकर निचे गिर जाता है और कुछ भाग वाष्प में परिवर्तित हो जाता है |
(5) अवक्षेप का बनना - कुछ रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप विलयन से अवक्षेप का निर्माण होता है| अर्थात विलयन से अवक्षेप पृथक हो जाता है|
       जैसे - सोडियम क्लोराइड के जलीय विलयन में सिल्वर नाइट्रेट  के जलीय विलयन डालने पर सिल्वर क्लोराइड का दही जैसा सफ़ेद अवक्षेप प्राप्त होता है |

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