पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखना चाहिए |
दही एवं खट्टे पदार्थो में अम्ल की मात्रा होती है और अम्ल धातुओं के साथ अभिक्रिया करके लवण एवं हाइड्रोजन गैस बनाती है अतः यदि दही एवं खट्टे पदार्थ को पीतल एवं ताँबे के बर्तनो में रखा जाता है तो अम्ल के साथ अभिक्रिया करके बर्तन को संक्षारित करती है |
इसलिए पीतल एवं ताँबे के बर्तन में दही एवं खट्टे पदार्थ नहीं रखा जाता है |
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