रासायनिक समीकरण किसे कहते है ? , संतुलित रासायनिक समीकरण किसे कहते है ? ,असंतुलित रासायनिक समीकरण किसे कहते है ? , रासायनिक समीकरण को लिखने का नियम क्या है ? ,रासायनिक समीकरण को कैसे संतुलित किया जाता है ?
रासायनिक समीकरण -
किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थो के संकेतो एवं सूत्रों की सहायता से उस अभिक्रिया का संक्षिप्त निरूपण रासायनिक समीकरण कहलाता है |जैसे - हाइड्रोजन और क्लोरीन के मिश्रण को सूर्य की प्रकाश में रखा जाता है तो हाइड्रोजन क्लोराइड का निर्माण होता है |इस अभिक्रिया को निम्न समीकरण द्वारा निरूपित कर सकते है |
जैसे -
H2 + Cl2 ➝ 2HCl |
रासायनिक समीकरण लिखने के नियम -
रासायनिक अभिक्रिया को रासायनिक समीकरण के रूप में निम्न नियमो का पालन करके लिखा जाता है -(1) अभिक्रिया के अभिकारकों को उसके संकेतो या अणुसूत्र के पदों में समीकरण के बायीं ओर लिखा जाता है |
(2) अभिकारकों के सूत्रों के बीच धन चिन्ह (+) दिया जाता है |
(3) अभिक्रिया के प्रतिफलों को उनके संकेतो या अनुसुत्रो के पदों में समीकरण के दायी ओर लिखा जाता है |
(4) प्रतिफलों के सूत्रों के मध्य धन चिन्ह (+) दिया जाता है |
(5) अभिकारकों और प्रतिफलों को एक तीर चिन्ह ( ➝) दिया जाता है |तीर चिन्ह यह दिखाता है की अभिक्रिया किस दिशा की तरफ हो रही है |
A + B ➝ C + D
इस रासायनिक समीकरण में A और B अभिकारक है जबकि C और D प्रतिफल है |
संतुलित रासायनिक समीकरण -
वैसे रासायनिक समीकरण जिसमे समीकरण के दोनों तरफ प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान होती है संतुलित रासायनिक समीकरण कहलाती है |जैसे - H2 + Cl2 ➝ 2HCl
चुकी उपरोक्त समीकरण में हाइड्रोजन और क्लोरीन के बीच होने वाली रासायनिक अभिक्रिया को निरूपित करनेवाले समीकरण के दोनों ओर हाइड्रोजन और क्लोरीन के परमाणुओं की संख्या समान है |
असंतुलित रासायनिक समीकरण -
वैसे रासायनिक समीकरण जिसमे समीकरण के दोनों तरफ तत्वों के परमाणुओं की संख्या समान नहीं होती है |असंतुलित रासायनिक समीकरण कहलाता है |जैसे - H2+ O2 ➝ H2O
उपरोक्त समीकरण में समीकरण के दोनों ओर हाइड्रोजन के परमाणुओं की संख्या तो समान है | लेकिन ऑक्सीजन के परमाणुओं की संख्या समान नहीं है|इसलिए यह समीकरण असंतुलित समीकरण है |
रसायनशास्त्र के अध्यन के अंतर्गत हमलोग असंतुलित रासायनिक समीकरण को उपयोग नहीं करते है | क्योंकि ऐसा करना पदार्थो के द्रव्यमानो के संरक्षण के नियम का उलंघन है |
रासायनिक समीकरण को संतुलित कैसे किया जाता है -
संतुलित रासायनिक समीकरण में तीर चिन्ह ( ➝ ) के बाएं और दाएँ दोनों ओर प्रत्येक प्रकार की परमाणुओं की संख्या समान होती है |जो अनश्वरता के नियम पर आधारित होती है जिसके अनुसार सामान्य रासायनिक अभिक्रिया में पदार्थो का न तो निर्माण होता है और न ही उसका नाश होता है अर्थात रासायनिक अभिक्रिया परमाणु संरक्षित रहता है |
रासायनिक समीकरण को संतुलित करने में दो बातो को ध्यान में रखना आवश्यक होता है - (1) अभिक्रिया से संबंधित प्रत्येक पदार्थ के सूत्र / संकेत ज्ञात होनी चाहिए |
(2) बायीं ओर के सूत्रों के अधोलिखित के अंक समीकरण के संतुलित करने के क्रम में परिवर्तन हो सकता है |
अनुमान द्वारा संतुलन की विधि -
इस विधि में समीकरण से संबंधित पदार्थो के संकेत और सूत्रों को के ठीक पहले आवश्यक गुणक का प्रयोग करते है |गुणक का चयन इस प्रकार किया जाता है की समीकरण के तीर चिन्ह के दोनों ओर प्रत्येक प्रकार के परमाणुओं की संख्या समान हो जाए |
जैसे - Fe + H2O ➝ Fe3O4 + H2
को संतुलित करने के लिए समीकरण में प्रयुक्त तीर चिन्ह ( ➝) के दोनों ओर के प्रत्येक प्रकार के परमाणुओं की संख्या को गिनती करते है |
बायीं ओर दायीं ओर
Fe 1 3
H 2 2
O 1 4
इस समीकरण के सूत्र के प्रतिफल में Fe3O4 और H2 है |H पहले से ही संतुलित है Fe को संतुलित करने के लिए समीकरण में Fe के पहले गुणक 3 लिख देते है |
यह इस प्रकार
3 Fe + H2O ➝ Fe3O4 + H2
हो जाता है |
O को संतुलित करने के लिए H2O के ठीक पहले 4 गुणक लिख देते |जो इस प्रकार हो जाता है |
3Fe + 4 H2O ➝ Fe3O4 + H2
अब हाइड्रोजन असंतुलित हो जाता है जिसको संतुलित करनेके लिए H2 के ठीक पहले 4 गुणक लिख दिया जाता है जो इस प्रकार हो जाता है |
3Fe + 4H2O ➝ Fe3 + 4H2
हो जाता है|
अब दोनों ओर के परमाणुओं कीसंख्या का मिलान करने पर
बायीं ओर दायीं ओर
Fe 3 3
H 8 8
O 4 4
इस प्रकार पाया की दोनों ओर की परमाणुओं की संख्या समान है |इस प्रकार समीकरण को संतुलित कर सकते है |
https://youtu.be/7lmZJ4TSyn0
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