रासायनिक बंधन किसे कहते है ? ये कितने प्रकार के होते है लिखे ? आयनिक यौगिक और सहसंयोजक यौगिक की विशेषताओं को लिखें
रसायनिक बंधन -
वैसे रसायनिक बल जो किसी अणु परमाणुओं को एक साथ बांधकर रखता है रासायनिक बंधन कहलाता है |
रसायनिक बंधन मुख्यतः दो प्रकार के होता है
(1) वैधुत संयोजक या आयनिक बंधन (2) सहसंयोजक बंधन |
(1) वैधुत संयोजक या आयनिक बंधन -
जब दो परमाणुओं के बीच एक परमाणु से दूसरे परमाणु में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉनों के स्थानांतरण के फलस्वरूप बने रसायनिक बंधन को वैधुत संयोजक बंधन या आयनिक बंधन कहा जाता है |इसे ध्रुवीय बंधन भी कहा जाता है |
(2) सहसंयोजक बंधन -
जब दो परमाणु आपस में इलेक्ट्रॉनों का साझा करके अपना अष्टक पूरा करता है तब उसके बीच जो बंधन बनता है उसे सहसंयोजक बंधन कहा जाता है |सहसंयोजक बंधन तीन प्रकार के होते है -
(1) एकल सहसंयोजक बंधन(2) द्विक सहसंयोजक बंधन
(3) त्रिक सहसंयोजक बंधन
(1) एकल सहसंयोजक बंधन -
जब दो परमाणुओं के बीच एक जोड़ा इलेक्ट्रॉनों का साझा होता है तब उसके बीच बने बंधन को एकल सहसंयोजक बंधन कहा जाता है |
(2) द्विक सहसंयोजक बंधन -
जब दो परमाणुओं के बीच दो जोड़ा इलेक्ट्रॉनों का साझा करके जो बंधन का निर्माण होता है उसे द्विक सहसंयोजक बंधन कहा जाता है |
(3) त्रिक सहसंयोजक बंधन -
जब दो परमाणुओं के बीच तीन जोड़ा इलेक्ट्रॉनों का साझा करके जो बंधन बनता है उसे त्रिक सहसंयोजक बंधन कहा जाता है |
वैधुत संयोजक या आयनिक यौगिक की विशेषताएँ -
(1) वैधुत संयोजक या आयनिक यौगिक धनआवेश और ऋणावेश आयनो के बने होते है |
(2) आयनिक यौगिक के द्रवणांक और क्वथनांक उच्च होते है |
(3) आयनिक यौगिक जल में प्रायः विलेय लेकिन बेंजीन , ऐसीटोन , कार्बन डाइसल्फाइड और टेट्राक्लोराइड जैसे कार्बनिक विलायकों में अविलेय होता है |
(4) आयनिक यौगिक द्रवित या जलीय विलयन की अवस्था में विधुत का सुचालक होता है |
सहसंयोजक यौगिक की विशेषताएँ -
(1) सहसंयोजक यौगिक प्रायः वाष्पशील द्रव या गैस होता है |(2) सहसंयोजक यौगिक के द्रवणांक और क्वथनांक प्रायः निम्न होता है |
(3) सहसंयोजक यौगिक जल में प्रायः अविलेय लेकिन कार्बनिक विलायकों में प्रायः विलेय होता है |
(4) सहसंयोजक यौगिक विधुत के कुचालक होते है |
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