शुक्रवार, 28 जनवरी 2022

रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक होता है

 रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक होता है ? 

  उत्तर 

        रासायनिक समीकरण को संतुलित करना  आवश्यक होता है क्योंकि रासायनिक समीकरण को संतुलित करने से समीकरण की वास्तविक जानकारी प्राप्त करते है | साथ ही साथ अभिकारकों एवं उत्पादों की वास्तविक संख्या की जानकारी भी प्राप्त कर सकते है | 

शनिवार, 15 जनवरी 2022

ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है ? उदहारण दीजिए

 ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है ? उदहारण दीजिए 


ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया -     वैसी अभिक्रिया जिसमे अभिक्रिया के दौरान  ऊर्जा मुक्त होती है उसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहा जाता है | 

   जैसे  

 CH4 + 2O2 ⟶  CO2 + 2H2O + ऊष्मा 

 ऊष्माशोषी अभिक्रिया  -  वैसी अभिक्रिया जिसमे अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा अवशोषित होती है उसे ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहा जाता है | 


  CaCO3 ---गर्म करने पर ----- ⟶ CaO + CO2 


प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं ?प्राकृतिक संसाधन के बारे में वर्णन करे

 

               प्राकृतिक संसाधन किसे  कहते हैं ? 

 किसी देश की अर्थव्यवस्था वहां पर उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर करती है इसलिए उनकी स्थिति , उपलब्धता , विकास तथा  संरक्षण की जानकारी आवश्यक है

            कुछ प्राकृतिक संसाधन निम्नलिखित है

      भूमि संसाधन किसे कहते है इसके बारे में वर्णन करे 

 भूमि एक प्राकृतिक संसाधन है जिसका अनेक कार्यों के लिए उपयोग होता है पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसका उचित उपयोग आवश्यक है देश का भू राजस्व विभाग भू उपयोग संबंधी अभिलेख रखता है भूख उपयोग संवर्गों का योग कुल  प्रतिवेदन क्षेत्र के बराबर होता है जो कि भौगोलिक क्षेत्र से भिन्न है भारत की प्रशासकीय इकाइयों के भौगोलिक क्षेत्र की सही जानकारी देने का दायित्व भारतीय सर्वेक्षण विभाग के पास है

 भू राजस्व तथा सर्वेक्षण विभाग दोनों में मूलभूत अंतर यह है कि भू राजस्व द्वारा प्रस्तुत क्षेत्रफल प्रतिवेदित  क्षेत्र पर आधारित है जो  की कम या अधिक हो सकता है  जबकि कुल भौगोलिक क्षेत्र भारतीय सर्वेक्षण विभाग के सर्वेक्षण पर आधारित है और यह स्थाई होता है

                      भू  उपयोग वर्गीकरण

 भारत के 328.726 मिलियन  हेक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र में से केवल 305.51 मिलियन  हेक्टेयर भौगोलिक क्षेत्र  के बारे में ही भूमि उपयोग आंकड़े प्राप्त है भारत का वर्तमान भूमि उपयोग प्रतिरूप स्थलाकृति , जलवायु , मिट्टी , मानव क्रियाओं , और प्रौद्योगिकी आदानों   ऐसे अनेक कारको का प्रतिफल है 

                    वनों के अधीन क्षेत्र

 वर्गीकृत वन क्षेत्र तथा वनों के अंतर्गत वास्तविक क्षेत्र दोनों पृथक है सरकार द्वारा वर्गीकृत वन क्षेत्र का सीमांकन इस प्रकार किया जाता है जहां वन  विकसित हो सकते हैं भू राजस्व अभिलेखों में इसी परिभाषा को सतत अपनाया गया है इस प्रकार इस संवर्ग के क्षेत्रफल में वृद्धि दर्ज हो सकती है किंतु इसका अर्थ यह नहीं कि यहां वास्तविक रूप से वन पाए जाएंगे 

 वनों के वर्गीकरण तथा वृक्षारोपण कार्यक्रम के फलस्वरूप हमारे देश में वन क्षेत्र में कुछ  वृद्धि हुई है

 वर्ष 1950 से 1951 में वन प्रदेश केवल 4.0  करोड़ हेक्टेयर था वही वन रिपोर्ट वर्ष 2017 के अनुसार देश में वनों के अधीन 802088 वर्ग किलोमीटर है  जो देश की कुल भूमि का 24.39% है

                      अन्य कृषि रहित भूमि

 वैसे भूमि जिस पर कृषि नहीं की जाती है कृषि रहित भूमि कहा जाता है परंतु इसमें परती भूमि को सम्मिलित नहीं किया जाता है इस भूमि में निरंतर कमी आ रही है इस प्रकार की भूमि के अग्रलिखित उपवर्ग हो सकते हैं

 स्थाई चरागाह तथा अन्य चराई  भूमि देश के कई भागों में इस प्रकार की भूमि को साफ करके कृषि योग्य  बनाया जा सकता है

         वृक्षों , फसलों तथा उपवनों के अधीन भूमि - 

 इस वर्ग में ऐसी भूमि सम्मिलित की गई है जिस पर बाग वा अनेक प्रकार के पेड़ पाए जाते हैं जिसमें फल आदि प्राप्त होते हैं  वर्तमान समय में देश की बढ़ती हुई जनसंख्या की खाद्यान पूर्ति के लिए भूमि के बहुत से भाग पर कृषि  होने लगी है

                  कृषि योग्य परंतु बंजर भूमि

 यह  वह  भूमि है जो किसी भी काम के लिए प्रयोग नहीं की जाती है आधुनिक तकनीकी सहायता से उत्तम बीज , खाद  तथा सिंचाई की व्यवस्था करके कृषि के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है  बढ़ती हुई जनसंख्या के संदर्भ में भारत के लिए इस भूमि का बड़ा महत्व है पंजाब , हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में इस भूमि  का काफी विस्तार मिलता है  पिछले कुछ वर्षों में इस भूमि में सुधार करने के प्रयास किए गए हैं

                              परती भूमि

 यह वह  भूमि है जिस पर पहले कृषि  की जाती थी परंतु अब इस भूमि पर कृषि नहीं की जाती है ऐसे भूमि पर निरंतर कृषि  करने से भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती और  ऐसी भूमि पर कृषि करना आर्थिक दृष्टि से लाभदायक नहीं रहता है अतः इसे कुछ समय के लिए खाली छोड़ दी जाता है  इसे फिर से उर्वरा शक्ति का विकास होता है और वह कृषि  के लिए उपयुक्त हो जाती है 

                                कृषित भूमि

 यह वह भूमि है जिस पर वास्तविक रूप से कृषि की जाती है इसे कुल या  सकल बोया गया क्षेत्र भी कहा जाता है  भारत में लगभग आधी भूमि पर कृषि की जाती है जो विश्व में सर्वाधिक भाग है भारत की कुल भूमि का 43.41% भाग कृषित है 

                   निवल  बोया गया क्षेत्र

 यह वह  भूमि है जिस पर फसलें उगाई व काटी जाती है यह निवल बोया गया क्षेत्र कहलाता है स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद इसमें पर्याप्त वृद्धि हुई है  इस वृद्धि के मुख्य कारण निम्नलिखित है

   रेह तथा उसर भूमि को उपजाऊ बनाना

 बेकार खाली पड़ी भूमि को कृषि योग बनाना

 कृषि भूमि को पड़ती भूमि के रूप में ना छोड़ना

 चारागाह तथा बागों के लिए उपयोग की गई भूमि को कृषि के लिए प्रयोग करना

 सबसे अधिक कृषित भूमि पंजाब तथा हरियाणा में पाई जाती है जहां 80% भूमि पर कृषि की जाती है

                  एक से अधिक बार बोया गया क्षेत्र 

 भारत में कुल कृषित क्षेत्र का लगभग 25% भाग ऐसा है जिस पर वर्ष  में एक से अधिक बार फसल प्राप्त की जाती है इससे यह स्पष्ट होता है कि हम अपनी भूमि  का उचित प्रयोग  नहीं कर रहे हैं  क्योंकि 75% भूमि पर वर्ष में केवल एक ही फसल उगाई जाती है

        जल संसाधन के बारे में बताएं

 जल बहुमुल्य प्राकृतिक संसाधन है और देश के सामाजिक और आर्थिक विकास का मूल आधार है  भारत में ताजे जल का मुख्य स्रोत वर्षन है वर्षन से भारत में 4000 घन किमी  जल प्राप्त होती है 

 अकेले मानसूनी वर्षा  द्वारा 3000 घन किमी जल प्राप्त होता है इसका बहुत सा भाग या तो  वाष्पीकरण  तथा वाष्पोत्सर्जन द्वारा वायुमंडल में चला जाता है या फिर भूमी मे रिसकर  भूमिगत जल का भाग बन जाता है  जल संसाधन मंत्रालय के अनुसार हमारे देश में कुल 1869 घन किमी  जल उपलब्ध है  परंतु भू आकृतिक परिस्थितियों तथा जल संसाधनों के असमान वितरण के कारण उपयोग के योग कुल 1122 अरब घन मीटर जल ही उपलब्ध है 

 भारत में उपलब्ध कुल जल को दो विभिन्न वर्गों में बांटा जा सकता है धरातलीय जल तथा भूगर्भिक जल

                      धरातलीय जल

 सतही जल हमें नदियों , झीलों , तालाबों तथा अन्य जलाशयों के रूप में मिलता है नदियों में जल वर्षा होने अथवा बर्फ के पिघलने से प्राप्त होता है सबसे अधिक सतही जल नदियों में पाया जाता है  भारत की नदियों का अनुमानित औसत वार्षिक प्रवाह 8869 अरब धन मीटर है परंतु स्थालाकृति , जल विज्ञान संबंधी  तथा अन्य बाधाओं के कारण केवल 690 अरब घन मी  धरातलीय जल ही उपयोग के लिए उपलब्ध है  कुल धरातलीय  जल का लगभग 60% भाग भारत के तीन प्रमुख नदियों सिंधु , गंगा और ब्रह्मपुत्र में से होकर बहता है  भारत में निर्मित तथा निर्माणाधीन जल भंडार की क्षमता स्वतंत्रता के समय केवल 18 अरब घन मी थी  जो अब बढ़कर 147 अरब घन मीटर हो गई है यह भारतीय नदी द्रोणीओं में प्रवाहित होने वाली कुल जल राशि का 8.47% है 

                 भौम जल या भूगर्भिक जल

 वर्षा से प्राप्त हुए जल की कुल मात्रा का कुछ भाग भूमि द्वारा सोख लिया जाता है इसका 60% भाग मिट्टी की ऊपरी सतह तक ही पहुंचता है  यही जल कृषि उत्पादन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है शेष जल धरातल के भीतर  प्रवेश  स्तर तक  पहुंचता है   इस जल को कुआं खोदकर प्राप्त किया जाता है अनुमान है कि भारत में कुल  अपूरणीय भौम जल क्षमता लगभग 432 अरब घन मीटर है

 देश में भूगर्भिक जल का वितरण बहुत  आसामान है इस पर चट्टान की संरचना धरातलीय दशा जलापूर्ति की दशा आदि कारणों का प्रभाव पड़ता है भारत के समतल मैदानी भागों में स्थित जल  चट्टानों वाले अधिकांश भागों में भूगर्भीय जल की अपार राशि  विद्यमान है यहां पर प्रवेश्य  चट्टाने पाई जाती है  जिसमें से जल आसानी से रिसकर  भूगर्भिक जल का रूप धारण कर लेता है  लगभग 42% से अधिक भौम जल भारत के  विशाल  मैदानो के  राज्यो में पाया जाता है 

 इसके विपरीत  प्रायद्वीपीय पठारी भाग कठोर तथा अप्रवेश्य  चट्टानों का बना हुआ है  जिसमें से जल रिसकर  नीचे नहीं जा सकता इसलिए इस क्षेत्र में भूगर्भिक जल का अभाव है

                   भौम जल का उपयोग

 भौम जल का लगभग 92% भाग कृषि में प्रयोग किया जाता है तथा शेष 8% भाग घरेलू  औद्योगिक तथा अन्य संबंधित उद्देश्यों की पूर्ति करता है भारत में भूमिगत जल के विकास की बड़ी संभावनाएं हैं क्योंकि अभी तक कुल उपलब्ध संसाधनों का केवल 37.23% भाग ही विकसित किया गया है 

 राज्य स्तर पर भौम जल संसाधनों की कुल संभावित क्षमता की दृष्टि से बहुत विषमता में पाई जाती है राज्यों में भौम जल के विकास में अंतर जलवायु के कारण पाया जाता है

           जल संसाधनों का प्रबंधन एवं संरक्षण…

 जल के प्रबंधन एवं संरक्षण का उद्देश्य जल की बढ़ती हुई मांग को पूरा करना तथा  जल के स्रोतों को  ह्रास से बचाना है जल संसाधनों के संरक्षण के लिए निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं

  धरातलीय जल का संरक्षण करने के लिए नदियों पर बांध बनाकर वर्षा ऋतु के अतिरिक्त जल का संरक्षण किया जा सकता है अन्यथा वह जल भरकर समुद्र में चला जाता है

 हमें भूजल पुनर्भरण की संस्कृति विकसित करनी होगी ताकि तेजी से समाप्त हो रहे हो भू जल का संरक्षण किया जा सके इसके लिए वर्षा जल संग्रहण सबसे अच्छी तकनीकी है

 वनीकरण द्वारा वर्षा जल के भूमि रिसने की दर को बढ़ाया जा सकता है

 जल के पुनर्चक्रण तथा पुनः प्रयोग द्वारा हम जल की कमी को पूरा कर सकते हैं

 उपयुक्त तकनीक का विकास कर समुद्री जल का खराबपन दूर कर उसका उपयोग करना

 जल सम्भर प्रबंधन कार्यक्रम द्वारा जल के स्रोतों का संरक्षण करना

 रेन वाटर हार्वेस्टिंग की तकनीक को लोकप्रिय बनाना

                       राष्ट्रीय  जल नीति

 जल की आपूर्ति , मांग तथा उसके तर्कसंगत उपयोग व प्रबंधन को ध्यान में रखकर केंद्रीय सरकार ने तीन राष्ट्रीय जल नीतियाँ अपनाई है

                       राष्ट्रीय जल नीति 1987

 यह राष्ट्रीय स्तर पर जल संसाधन संबंधित प्रथम नीति है इस नीति का मुख्य उद्देश्य जल का राष्ट्रीय हित में प्रबंधन करना तथा योजना तैयार करना था  इस नीति में जल के विकास संबंधी योजना बनाने का अधिकार राज्य सरकारों को दिया गया

                   राष्ट्रीय जल नीति 2002

 वर्ष 2002 में वर्ष 1987 की नीति के स्थान पर एक नई नीति अपनाई गई इस नीति में उपयुक्त रूप से विकसित सूचना व्यवस्था , जल संरक्षण के परंपरागत तरीकों , जल प्रयोग , गैर परंपरागत तरीकों और मांग के प्रबंधन को  महत्वपूर्ण तत्व के रूप में स्वीकार किया गया है इसमें सबके लिए पेयजल की व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है

                  राष्ट्रीय जल नीति 2012

 राष्ट्रीय जल बोर्ड ने जून 2012 को हुई अपनी  14वीं  बैठक में संस्तुत प्रारूप राष्ट्रीय जल नीति को  प्रस्तुत किया |  इस नीति में भू जल के उपयोग पर प्रयोक्ता  शुल्क लगाने के लिए तर्कसंगत प्रणाली विकसित करने की भी बात कही गई है प्रत्येक राज्य में जल विनियामक प्राधिकरण की स्थापना और पड़ोसी देशों के साथ द्विपक्षीय सहयोग पर करार किया गया है

           महासागरीय संसाधन के बारे में लिखें …

 अन्य प्राकृतिक संसाधन की तरह महासागरीय संसाधन भी  महत्वपूर्ण संसाधन है  इसे दो वर्गों में बांटा जा सकता है

                         खनिज संसाधन 

 खनिज संसाधन अनेक महत्वपूर्ण समुद्री बेसिन में पाए जाते हैं नीचे पाए जाने वाले समुद्री खनिजों में नॉड्यूल्स तथा मैग्नीज  ऑक्साइडो  तथा कोबाल्ट, निकेल , तांबे तथा लोहे के सल्फाइडों के टुकड़े पाए जाते हैं  आज विश्व के कुल तेल एवं प्राकृतिक गैस उत्पादन का पाँचवें भाग से अधिक भाग का उत्पादन अपतट कओं से आता है 

 भारत का पश्चिमी तट पूर्वी तट की तुलना में अधिक संसाधनों से युक्त है उदाहरण स्वरूप  बॉम्बे हाई मे  लगभग 750 करोड टन का पेट्रोलियम भंडार है  पूर्वी तट कावेरी , गोदावरी तथा महानदी के डेल्टा में भी प्राकृतिक  गैस और तेल के विशाल भंडार पाए जाते हैं इसके अतिरिक्त समुद्री मछलियां , मोती , शैवाल तथा प्रवाल भित्तियाँ भी समुद्री संसाधनों के  अंतर्गत आता है 

                  बहु  धात्विक नॉड्युल्स

  1970 के दशक के आरंभ में गहरे समुद्र में बहु  धात्विक नॉड्यूल्स के व्यापक स्रोत का पता चला है इसमें प्रमुख हैं  मैंगनीज , पिण्ड ,  जिसमें मुख्यत:  कोबाल्ट , तांबा , निकेल  एवं मैंगनीज धातु पाई जाती है  इन पिण्डो मे   अनेक भौतिक तथा रासायनिक पदार्थ पाए जाते हैं जो विभिन्न आकारों में पाए जाते हैं 

Note  गहरे समुद्र खनन में भारत के प्रयास से

[  हिंद महासागर में बहु धात्विक पिण्डो की खोज सर्वप्रथम वर्ष 1977 में गोवा स्थित राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान द्वारा की गई इस कार्य के लिए गार्डन रीच  वर्कशॉप कोलकाता द्वारा निर्मित प्रथम महासागरीय अनुसंधान  पोत गवेषणी  का प्रयोग किया गया जिसमें 28 जनवरी 1981 को पहली बार  हिंद महासागर की गहराइयों से बहु धात्विक खनिज पिण्डोंफ  को निकालने में सफलता प्राप्त की

 गणेषणी  के बाद आर पार एक भुवनेश्वर नामक जलयान का निर्माण भी सागर तल से  बहु धात्विक पिण्डो को  निकालने के उद्देश्य से किया गया  इस प्रकार भारत वर्ष 1987 में विश्व का पहला देश बना जिससे खनन क्षेत्र में पंजीकृत बहु धात्विक संसाधनों की पहचान एवं आकलन का कार्य किया इन संसाधनों के उत्खनन के लिए प्रौद्योगिकी तथा कार्मिकों के विकास के क्षेत्र में भारत में काफी प्रगति की है ]

                        जैविक संसाधन…

 समुद्र हमारी पृथ्वी के जीवीए पर्यावरण का सबसे बड़ा घटक है समुद्री जल में अनेक प्रकार के पौधे एवं जीव पनपते हैं समुद्री जैविक संसाधन के अंतर्गत पादप प्लवक , प्राणी प्लवक , नितलस्थ   प्राणी जल कृषि तथा मत्स्य शामिल ह

 भारतीय प्रयोग के लिए निर्धारित विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र में 70 मीटर से अधिक गहराई में समुद्री जीव संसाधनों का आकलन करने तथा महासागर जीव विज्ञान कारको में  मत्स्य उपलब्धता का  संबंध जोड़ने के उद्देश्य से वर्ष 1997 -1998 में बहु विषयों तथा बहू संस्थानों वाला कार्यक्रम आरंभ किया गया 

 इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य है सतत विकास तथा प्रबंधन के लिए भारत के ईईजेड  मैं उपलब्ध समुद्री जीव संसाधनों की उपलब्धता की वास्तविक एवं विश्वसनीय जानकारी प्राप्त करना  तथा भारतीय समुद्रों में समुद्री जीव संसाधनों की उपलब्धता को बढ़ाना 

              समुद्री जल से शुद्ध जल की प्राप्ति …

 प्राकृतिक रूप से समुद्र तटीय  क्षेत्र के समुद्र जल में विभिन्न प्रकार के लवण जैसे सोडियम क्लोराइड मैग्निशियम क्लोराइड  इत्यादि पाए जाते हैं  जो उसे खारा बनाता है समुद्री जल में फ्लोरीन होने के कारण फ्लोरोसिस नामक बीमारी हो  जाती है जिससे हड्डियों में दर्द होता रहता है

 समुद्री जल के खारेपन को दूर करने के लिए बहुत से उपाय किए गए हैं जो निम्नलिखित हैं

                    सौर ऊर्जा तकनीक

 सौर ऊर्जा तकनीक के अंतर्गत सूर्यताप को केंद्रित करके समुद्री जल को उबाला जाता है और इससे उत्पन्न वाष्प से   शुद्ध जल को प्राप्त किया जाता है  भारत में गुजरात के अविनया गांव में इस तकनीक से पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जाता है

                   लैश  डिस्टीलेशन तकनिक 

 इस तकनीक के अंतर्गत गर्म किए गए समुद्री खारे जल को अनेकों ऐसे कक्ष  से गुजारा जाता है  जिसके अंदर दाब वायुमंडलीय दाब से कम हो जाता है इससे इसकी कक्ष  के प्रत्येक भाग में वाष्पीकरण होता है तथा इस वाष्प को ट्यूबों  के बंडल में संघनित  कर लिया जाता है  इस प्रकार प्रत्येक चरण में आसवित  जल को एकत्र करके शुद्ध जल के रूप में प्रयोग किया जाता है

             इलेक्ट्रोडायलिसिस तकनिक 

 इस तकनीक के अंतर्गत समुद्री जल का खरापन दूर करने के लिए लोहे की चुनी हुई झीलियो  का प्रयोग किया जाता है  यह तकनीक 5000 पीपीएम से  कम मात्रा में खरापन दूर करने की सबसे कम खर्चीली  तकनीक है भारत में इस पद्धति का सफलतापूर्वक प्रयोग किया जा रहा है

                    विपरीत परासरण तकनीक

 यह तकनीक सर्वाधिक प्रचलित है इस तकनीक में अनुकूल परासरण झिल्लियों  का प्रयोग किया जाता है जो उच्च दबाव के अंतर्गत  समुद्री जल से  खरापन को दूर करती हैं  भारत के समुद्री तट के क्षेत्रों में 50000 से 100000 लीटर की  क्षमता वाले संस्थान लगाए गए भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड द्वारा विपरीत परासरण तकनीक पर आधारित देश के सबसे बड़े डिसैलिनेशन प्लांट का डिजाइन तैयार किया गया है  इसे तमिलनाडु में स्थापित किया गया है जहां से जलाभाव वाले रामनाथपुरम जिले के 226 गांव में से 26 लाख से अधिक व्यक्तियों को  पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा इस प्लांट की क्षमता 38 लाख लीटर समुद्री पानी को पीने योग्य बनाने की है  

                समेकित तटीय व समुद्री क्षेत्र प्रबंधन …

 तटीय इलाकों की समस्याओं जैसे मिट्टी का अपरदन , प्रदूषण और अधिवास का नष्ट होना आदि से निपटने के लिए  वैज्ञानिक उपाय और तकनीकों का उपयोग करने के उद्देश्य से समेकित तटीय व समुद्री क्षेत्र प्रबंधन कार्यक्रम वर्ष 1998 में शुरू किया गया  इसमें मैंग्रोव , पर्वतों तथा अन्य जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की स्थिति का आकलन दूरसंवेदी यंत्रों से किया जा सकता है

         तटीय समुद्र निगरानी एवं अनुमान प्रणाली

 समुद्री पर्यावरण की स्थिति का लंबे समय के लिए अनुमान लगाने के लिए तटीय समुद्र निगरानी एवं अनुमान प्रणाली को वर्ष 1990 में लागू किया गया | इसमे समुद्र से मिलने वाले औद्योगिक व घरेलू अस्वच्छ अपशिष्ट जल में रसायनों की मात्रा का आकलन किया जाता है  वर्तमान समय में यह भारत के 76 तटीय इलाकों में कार्यरत है

                 एकॉस्टिक टाइड गेज

 यह एक प्रकार की समर्पित संकेत प्रसंस्करण प्रणाली है  जिसके एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर के सभी हिस्से महासागर विकास विभाग के विभिन्न केंद्रों में विकसित किए गए हैं एटीजी प्रणाली का डिजाइन एवं विकास इस प्रकार किया गया है कि बिना किसी सहयोग के यह अकेले एक  महीने तक ज्वार भाटे में काम कर सकते हैं

                        मत्स्यन

 हमारे देश में मत्स्यन के लिए एक प्रमुख व्यवसाय है यह  व्यवसाय निर्यात द्वारा विदेशी मुद्रा अर्जित करने में सहायक है भारत में लगभग 18000 प्रकार की मछलियां पकड़ जाती है इसमें से कुछ हीं जाति की मछलियां पर्याप्त मात्रा में पकड़ी जाती है मत्स्यन उत्पादन के क्षेत्रों को दो भागों में बांटा जा सकता है  समुद्री मत्स्य क्षेत्र और ताजे  जल के मत्स्य क्षेत्र

                        समुद्री  मत्स्य  क्षेत्र

 समुद्र में लगभग 200 मीटर की गहराई तक महाद्वीपीय मग्नतट पर मछलियों के विकास तथा  प्रजनन के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती है  और वहां से बहुत बड़ी मात्रा में मछली पकड़ी जाती है

                    ताजे जल के मत्स्य क्षेत्र

 ताजे जल के मत्स्य क्षेत्र जैसे नदियों , नहरों , तालाबों , नालो पोखरो  आदि में ताजा जल होता है और इसमें से  पकड़ी जाने वाली मछली को ताजे जल की मछली कहा जाता है यह देश के आंतरिक भागों में पाई जाती है इसलिए इसे अंतर्देशीय मछली भी कहा जाता है

           भारत में मत्स्य उत्पादन 

 भारत का विश्व के मछली उत्पादन में दूसरा स्थान है  विश्व के कुल उत्पादन में भारत का योगदान लगभग 5.4% है  प्रारंभ में समुद्री मछली का उत्पादन अधिक होता था परंतु बाद में अंतर्देशीय मछली के उत्पादन में बड़ी  तीव्रता से वृद्धि हुई है  समुद्री मछली के संदर्भ में भारत का अधिकांश मछली उत्पादन  पश्चिमी तट पर होता है जहां 75% समुद्री मछलियां पकड़ी जाती है बाकी की 25% मछलियां पूर्वी तट से पकड़ी जाती है

 भारत में ताजे जल की मछलियां गंगा , ब्रह्मपुत्र  व सिंधु तथा इसकी सहायक नदियों में बड़ी मात्रा में पकड़ी जाती है  दक्षिण भारत की नदियों में भी मछलियां पकड़ी जाती है यद्यपि देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कुछ न कुछ मछली का उत्पादन होता है परंतु लगभग 70% उपज में केवल छ: राज्यों पश्चिम बंगाल , आंध्र प्रदेश , गुजरात , केरल , तमिलनाडु एवं महाराष्ट्र का योगदान है  कुल मछली उत्पादन में आंध्र प्रदेश प्रथम स्थान पर है जबकि सागरीय मछली उत्पादन में गुजरात प्रथम स्थान पर है और अन्त: स्थलीय  मछली के उत्पादन में आंध्र प्रदेश प्रथम स्थान पर है

        महासागरीय  विकास कार्यक्रम 

 भारत में महासागरीय अनुसंधान की योजना बनाने तथा उनके समन्वय एवं स्वदेशी  क्षमताओं  के विकास हेतु वर्ष 1976 में विज्ञान और  प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत महासागर विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी की स्थापना की गई महासागर विकास की गतिविधियों को आयोजित समन्वित  और प्रोत्साहित  करने के लिए एक नोडल संस्था के रूप में जुलाई  1981 में कैबिनेट सचिवालय के अधीन महासागर विकास विभाग की स्थापना की गई मार्च 1982 से महासागर विकास विभाग को पृथक रूप से एक केंद्रीय राज्य मंत्री के अधीन कर दिया गया वर्ष 1982 में समुद्री कानून के संबंध में हुए संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में समझौते के अनुमोदन के लिए  एक अंतरराष्ट्रीय कानून स्थापित किया गया वर्ष 1982 में यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन ऑन द  लॉ द सी द्वारा निर्मित इस नए समुद्री क्षेत्र के प्रभाव पर भी  भारत द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे

          संबंधित प्रमुख संस्थान

                        पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय

 महासागर  विकास मंत्रालय का नाम बदलकर उसे पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय कर दिया गया तथा इसकी अधिसूचना 12 जुलाई 2006 को जारी की गई यह मंत्रालय महासागर  संसाधन , महासागरों की स्थिति मानसून , तूफान , भूकंप आदि विषयों से संबंधित अध्ययन हेतु सर्वोत्तम सेवाएं उपलब्ध  कराता है

                राष्ट्रीय सागर विज्ञान संस्थान 

 नई दिल्ली स्थित वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के अंतर्गत वर्ष 1966 में गोवा में एक राष्ट्रीय समुद्री विज्ञान संस्थान की स्थापना की गई इस संस्थान की स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारत के समीपवर्ती सागरों के भौतिक , रासायनिक , जीवविज्ञान विज्ञान ,  भूगर्भ विज्ञान और इंजीनियरिंग पक्षों  के संबंध में पर्याप्त ज्ञान विकसित करना है 

 इस संस्थान के पास स्वयं अपना महासागरीय अनुसंधान पोत गवेषणी है  जिसके कारण भारत सागर क्लब में स्थान पा सका था  इसके अतिरिक्त संस्थान द्वारा सागर विकास की  बहुउद्देशीय सागर जलयान सागर कन्या और समुद्री वैज्ञानिक अनुसंधान जलयान सागर सम्पदा का प्रबंधन कार्य भी सौंपा गया है संस्थान का आंकड़ा केंद्र सागर संबंधी आंकड़ों का भंडारण और प्रबंध भी करता है तथा समुद्री क्षेत्र के उपभोक्ता समुदाय को इस आंकड़ों के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराता है

            राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान

 महासागर विकास के अंतर्गत समुद्री क्षेत्र से संबंधित प्रौद्योगिकी विकास करने के उद्देश्य से चेन्नई में राष्ट्रीय महासागर प्रोद्योगिकी संस्थान की स्थापना नवंबर 1993 में एक पंजीकृत संस्था के तौर पर की गई |

 


 

बुधवार, 12 जनवरी 2022

पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखना चाहिए |

 पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखना चाहिए  | 


  दही एवं खट्टे पदार्थो  में अम्ल की मात्रा होती है और अम्ल धातुओं के साथ अभिक्रिया करके लवण एवं हाइड्रोजन गैस बनाती है अतः यदि दही एवं खट्टे पदार्थ को पीतल एवं ताँबे के बर्तनो में रखा जाता है तो अम्ल के साथ अभिक्रिया करके बर्तन को संक्षारित करती है | 

    इसलिए  पीतल एवं ताँबे के बर्तन में दही एवं खट्टे पदार्थ नहीं रखा जाता है |

रविवार, 9 जनवरी 2022

लोहे की वस्तुओ को हम पेंट क्यों करते है ?

 लोहे  की  वस्तुओ को हम पेंट क्यों करते है ?

   जब  लोहे की वस्तु को  खुले वातावरण में   छोड़ दिया जाता है तो लोहे की वस्तु हवा या  नमी युक्त  वातावरण के संपर्क आ जाता है |  जब नमी युक्त वातावरण  के संपर्क  में लोहा आ जाता  है तो लोहे में  जंग लगना  प्रारंभ हो जाता है | जिससे लोहे की वस्तुओ को नष्ट होने का खतरा रहता है  | अर्थात लोहे की वस्तु ख़राब हो सकती  है | इसलिए लोहे की वस्तुओ को संक्षारण या जंग या नष्ट होने से बचाने के लिए हम लोहे की वस्तुओ  पेंट को करते है |  






शनिवार, 8 जनवरी 2022

सिल्वर के शोधन में सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है | इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए |

 सिल्वर के शोधन में सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है | इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए |

 उत्तर 

      जब सिल्वर नाइट्रेट के विलयन में कॉपर को डाला जाता है तो चुकी कॉपर सिल्वर से अधिक अभिक्रियाशील होती है | इसलिए यह सिल्वर को विस्थापित कर देता है | 

   2AgNO3 + Cu  ⟶   Cu(NO3)2 + Ag 


विस्थापन अभिक्रिया और द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अंतर है ? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखें


वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखें 


श्वशन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहा जाता है क्यों ?


Class Xth science निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए (i) हाइड्रोजन + क्लोरीन ⟶ हाइड्रोजन क्लोराइड (ii) बेरियम क्लोराइड + एलुमिनियम सल्फेट ⟶ बेरियम सल्फेट एलुमिनियम क्लोराइड (iii) सोडियम + जल ⟶ सोडियम हाइड्रोक्साइड + हाइड्रोजन


आपको तीन परखनलियाँ दी गई है | इनमे से एक में आसवित जल शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दसरे में क्षारीय विलयन है | यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है | तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थो की पहचान कैसे करेंगे ? 


RRB GROUP D /NTPC EXAM 2022 : विगत वर्षो में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण सामान्य विज्ञानं के प्रश्न जो RRB GROUP D /NTPC के लिए उपयोगी है ?  


शुक्रवार, 7 जनवरी 2022

संक्षारण किसे कहते है तथा विकृत गंधिता क्या है ?

  निम्न पदों का  वर्णन करें तथा प्रत्येक  का एक एक उदाहरण दीजिए  

  (i) संक्षारण  (ii) विकृत गंधिता  

उत्तर 

   (i)  संक्षारण  - जब कोई  धातु  अपने आसपास नमी या नमीयुक्त वायु के संपर्क में आती है तब यह धातु संक्षारित होने लगती है इस प्रक्रिया को संक्षारण कहा जाता है | 

         संक्षारण के लिए कुछ परिस्थियाँ होना अनिवार्य है 

     (a)  नमी की उपस्थिति    (b)    वायु की उपस्थिति 

  लोहे में जंग लगना संक्षारण का एक सामान्य उदहारण है  | 

   ( ii) विकृत गंधित  -  जब तेल या वसायुक्त खाद्य पदार्थ हवा या वायु के संपर्क में आता है | तो उपचयित होकर तेल या वसायुक्त खाद्य पदार्थ विकृतगंधी हो जता है | अर्थात इसमें में एक अजीब सी गंध या ख़राब गंध आने लगती है | तथा तेल या वसायुक्त खाद्य पदार्थ का स्वाद तथा गंध भी बदल जाता है | इस प्रक्रिया को विकृत गंधिता कहा जाता है |

उदारहरण   तेलयुक्त या वसायुक्त खाद्य पदार्थ को ज्यादा दिनों तक रखने पर वह ख़राब हो जाता है तथा इसका स्वाद और गंध भी बदल जाता है |


 विस्थापन तथा द्विविस्थापन अभिक्रिया में क्या अंतर है ? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखें 


वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखें 


श्वशन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहा जाता है ? 


आपको तीन परखनलियाँ दी गई है | इनमे से एक में आसवित जल शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दसरे में क्षारीय विलयन है | यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है | तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थो की पहचान कैसे करेंगे ?


Class Xth science निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए (i) हाइड्रोजन + क्लोरीन ⟶ हाइड्रोजन क्लोराइड (ii) बेरियम क्लोराइड + एलुमिनियम सल्फेट ⟶ बेरियम सल्फेट एलुमिनियम क्लोराइड (iii) सोडियम + जल ⟶ सोडियम हाइड्रोक्साइड + हाइड्रोजन 


RRB GROUP D /NTPC EXAM 2022 : विगत वर्षो में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण सामान्य विज्ञानं के प्रश्न जो RRB GROUP D /NTPC के लिए उपयोगी है ?


गुरुवार, 6 जनवरी 2022

तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थ को नाइट्रोजन से युक्त क्यों किया जाता है ?

 तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थ को नाइट्रोजन से युक्त क्यों किया जाता है ? 

  उत्तर 

       जब तेल एवं वसायुक्त खाद्य  पदार्थ को जब ज्यादा दिनों तक ऐसे ही छोड़ दिया जाता है | तो ये पदार्थ हवा के संपर्क में आता है और हवा के संपर्क में आने के फलस्वरूप ये उपचयित होकर विकृत गंधित हो जाता है | अर्थात इस खाद्य पदार्थ से ख़राब गंध आने लगती है | तथा उस खाद्य पदार्थ का गंध तथा स्वाद बदल जाता है | जिसके कारण ऐसे खाद्य पदार्थ बर्बाद हो जाता है |

  इसलिए बर्बाद होने से बचाने के लिए तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थ को नाइट्रोजन से युक्त किया जाता है |







सोमवार, 3 जनवरी 2022

आपको तीन परखनलियाँ दी गई है | इनमे से एक में आसवित जल शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दसरे में क्षारीय विलयन है | यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है | तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थो की पहचान कैसे करेंगे ?

  आपको तीन परखनलियाँ दी  गई है |  इनमे से एक में आसवित जल शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दसरे में क्षारीय विलयन है | यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है | तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थो की पहचान कैसे करेंगे ? 

    उत्तर 

हम प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थो की पहचान करने के लिए हम सबसे पहले   प्रत्येक परखनली में  लाल लिटमस पत्र की पट्टी डालते हैं | इससे किसी एक परखनली में लिटमस पत्र का रंग नीला हो जाएगा | इससे यह साबित हो जाएगा कि उस  परखनली में रखी गई  विलयन क्षारीय है | तथा शेष दोनों बची हुई परखनलियो में से एक में आसवित जल होगा तथा एक में अम्लीय विलयन होगा |

    इन दोनों ही परखनलियों के  लिटमस पत्र का  रंगलाल ही रहेगा |

    अब जिस परखनली का रंग नीला हो गया था अर्थात पहचानी गई परखनली से क्षारीय विलयन को बाहर निकालते है | ताकि इसमें विलयन की थोड़ी सी ही मात्रा बची रह जाए |
    अब शेष बची हुई परखनलीयो में से किसी एक के विलयन को डालते है |
    (a)जब लिटमस पात्र पुनः  लाल हो जाता है तो इससे यह सावित हो जाता है  कि इस परखनली में अम्लीय विलयन है | तथा शेष अंतिम परखनली में आसवित जल है |
   (b)जब लिटमस पात्र नीला ही रह जाता है | तो इससे यह सावित होता है कि डाला गया विलयन आसवित जल है | तथा शेष अंतिम परखनली में अम्लीय विलयन है | 


 




रविवार, 2 जनवरी 2022

RRB GROUP D /NTPC EXAM 2022 : विगत वर्षो में पूछे गए कुछ महत्वपूर्ण सामान्य विज्ञानं के प्रश्न जो RRB GROUP D /NTPC के लिए उपयोगी है ?

   RRB GROUP D सामान्य विज्ञानं  के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो विगत प्रतियोगी परीक्षाओ में पूछे गए है जो RRB GROUP D के लिए उपयोगी हो सकता है 

चुकी RRB GROUP D 2022 की परीक्षा तिथि घोषित कर दी गई है इसलिए हम इस लेख के माध्यम से हम कुछ महत्वपूर्ण सामान्य विज्ञानं के प्रश्न लेकर आये है जो आपके लिए उपयोगी हो सकती है 

इस लेख में हमने 200 सामान्य विज्ञानक के  प्रश्नो का संग्रह किये है  अगर आपको अच्छा लगे तो कमेंट में माध्यम से हमें बताइये ताकि हम आपके लिए और भी महत्वपूर्ण प्रश्नो का संग्रह करके लेकर आएंगे 


(1) कौन सा विटामिन जल में घुलनशील है  

  B तथा C

(2) शिराएं द्वारा कौन सा रक्त प्रवाहित होता है 

      अशुद्ध रक्त 

(3) पोटैशियम का कार्य क्या है 

यह  ह्रदय की धड़कन एवं नाड़ी संस्थान के कार्यो को संचालित करता है 

(4) ग्लूकोज बिना ऑक्सीजन की उपस्थिति में  मांसपेशियों में प्रतिक्रिया कर क्या बनाता है 

 लैक्टिक अम्ल

 (5) ग्लूकोस बिना ऑक्सीजन की उपस्थिति में बैक्टीरिया या यीस्ट से  प्रतिक्रिया कर क्या बनाता है

 इथाइल अल्कोहल

 (6) ऑक्सीजन की उपस्थिति में ग्लूकोज की प्रतिक्रिया होती है तो क्या बनता है

 कार्बन डाइऑक्साइड और जल का निर्माण

 (7) एनिलिडा  में उत्सर्जन उसके किस उत्सर्जन अंग  द्वारा होता है 

              नेफ्रीडिया 

(8)  मूत्र का PH मान क्या होता है 

 6

 (9) सोडियम का कार्य क्या है

 रक्तदाब नियंत्रित करने में सहायक होता है तथा  जल का संतुलन बनाए रखता है

(10) मनुष्य का पाचन क्रिया कहां से प्रारंभ होता है

 मनुष्य का पाचन क्रिया मुख से प्रारंभ होता है

 (11) पौधों के लिए सबसे अच्छा उर्वरक कौन है

 कंपोस्ट

(12)  पेट्रोलियम किस प्रकार की चट्टानों में पाया जाता है

 अवसादी चट्टानों में

 (13) गुब्बारों को  उड़ाने  के लिए काम में लाई जाने वाली गैस कौन है             हिलियम 

(14)  डीडीटी का उपयोग किस रूप में किया जाता है 

कीटनाशी 

 (15) इथेनॉल के अत्यधिक सेवन से कौन सा अंग प्रभावित होता है 

   यकृत 

 (16) लोहा का सबसे महत्वपूर्ण स्रोत कौन सा है

 हरी सब्जियां

 (17) गैसोलीन को किसके साथ  मिश्रण करके गैसोहाॅल  बनाया जाता है

 इथाइल अल्कोहल

  (18) तत्कालिक ऊर्जा के लिए धावको को कौन सा पदार्थ दिया  जाता है

  ग्लूकोज  

(19) मानव जाति के लिए  ओजोन परत क्यों महत्वपूर्ण है

 ओजोन परत पराबैगनी किरणों को रोकने के लिए एक रक्षा आवरण  बनाती है

 (20) लाल अस्थि मज्जा में किसका निर्माण होता है 

लाल रक्त कणिकाओं का

 (21) शरीर के ताप का नियंत्रण किसके द्वारा होता है

 हाइपोथैलेमस

 (22) गैस की लौ की सबसे गर्म  हिस्से  को क्या कहते हैं 

 ज्योति हीन क्षेत्र

 (23) कशेरुक दंड में कितनी हड्डियां होती है

 33

(24)  एथलीट फुट नामक रोग किस से होती है

 कवक द्वारा

 (25) दमा नामक रोग किस से होता है

 कवक द्वारा

 (26) फाइलेरिया नामक रोग किस कारण होता है  

कृमि द्वारा 

 (27) जब एक वस्तु की गतिज ऊर्जा दुगनी की जाती है तो उसकी  गतिज ऊर्जा

 चौगुनी बढ़ जाती है

 (28) सूत्र कनिका को अन्य किस नाम से भी जाना जाता है

 माइटोकॉन्ड्रिया

 (29) पेनिसिलिन किससे बनाया जाता है

 कवक

  (30) लोंग किससे प्राप्त होती है 

 पुष्प काली से 

 (31) यूरिया अधिकतम मात्रा में पाई जाती है 

मूत्र में 

 (32) पेप्सिन  का एक उदाहरण है 

एंजाइम 

(33)  दूध में नहीं पाया जाता है

 विटामिन सी

 (34) टॉक्सिन है 

एक जहरीला पदार्थ 

(35)  मानव शरीर में रक्त की मात्रा शरीर के भार का होता है

   लगभग 7%

 (36) फलों और सब्जियों में नहीं बताया

 विटामिन डी

(37)  मलेरिया का परजीवी  है

 मादा एनोफीलीज मच्छर 

 (38) मानव मूत्र में उत्सर्जित होता है

 विटामिन सी

 (39) दूध में उपस्थित प्रोटीन है 

कैसीन 

 (40) मेंढक के हृदय में चेंबर होता है 

तीन 

 (41) मानव शरीर का महत्वपूर्ण ग्रंथि है 

पिट्यूटरी ग्रंथि 

 (42) मानव शरीर में प्रचुर मात्रा में पाया है 

 कैल्शियम

 (43) कोशिका का अनुवांशिक पदार्थ

डीएनए 

 (44) अनुवांशिकता के नियम का जन्मदाता है

 ग्रेगरी मेंडल

 (45) कोशिका शब्द का निर्माण किया था 

राबर्ट ब्राउन ने 

(46) मनुष्य के मस्तिष्क के वजन होता है 

1350-1400 ग्राम 

 (47) दूध में पाई जाने वाली शर्करा

 लेक्टोज

 (48) सबसे लंबा कृमि (वर्म ) है 

टेप वर्म 

 (49) जल के घनत्व अधिकतम तथा  आयतन  न्यूनतम होता है

4°C पर 

 (50) समुद्र का जल नीला दिखाई पड़ता है

 प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण

 (52) तारो के टिमटिमाने  का कारण है

 प्रकाश का अपवर्तन 

  (53) रंग का प्रकीर्णन   निर्भर करता है 

तरंगदैध्र्य पर 

(54) ज्योति तीव्रता का मात्रक है 

कैंडिला 

 (55) सूर्य की ऊर्जा का स्रोत है

 नाभिकीय संलयन

 (56) भूस्थिर उपग्रह की पृथ्वी से ऊंचाई होती है 

36000  किमी 

 (57) रेडियो सक्रियता की माप की जाती है

 गीगर मूलर काउंटर से

(58)  रॉकेट की गति आधारित है

 संवेग संरक्षण के सिद्धांत पर 

 (59)सेक्सटैंट का प्रयोग किया जाता है

 ऊंचाई मापने के लिए 

(60) परमाणु बम का सिद्धांत आधारित है

 नाभिकीय विखंडन पर

 (61) बिजली के बल्ब में मुख्यता प्रयोग होता है

 अक्रिय गैस

(62) हाइड्रोजन बम आधारित है

 नाभिकीय संलयन के सिद्धांत

 (63) जल का सर्वाधिक शुद्ध रूप है 

वर्षा जल 

 (64) ग्रीन हाउस प्रभाव गैस है

 कार्बन डाइऑक्साइड

 (65) नाभिकीय विखंडन में प्रयुक्त है

 यूरेनियम

 (66) चंद्रमा पर गुरुत्वीय त्वरण का मान पृथ्वी के मान का

1/6  होता है

 (67) द्रव अवस्था में पाए जाने वाला धातु है 

पारा   

(68) सुराही का पानी ठंडा होता है 

 वाष्पीकरण के कारण

 (69) शुष्क बर्फ कहलाता है 

ठोस  कार्बन डाइऑक्साइड

(70) सबसे  कठोर धातु है 

प्लेटिनम 

 (71) परमाणु के नाभिक में रहता है

 प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन

 (72) पटाखों में हरा रंग होता है

 बेरियम के कारण

 (73) वायुमंडल में नहीं पाए जाने वाला अक्रिय गैस है 

रेडॉन 

 (74) फोटोग्राफी में  उपयोग होता है 

 सिल्वर ब्रोमाइड का

 (75) विद्युत का सबसे अच्छा सुचालक है

चांदी 

 (76) कृत्रिम वर्षा के लिए प्रयोग में लाया जाता है 

सिल्वर आयोडाइड 

 (77) लोहे का सबसे शुद्धतम रूप है 

पिटवां लोहा 

 (78) सबसे कठोर पदार्थ है

हिरा 

 (79) मानव द्वारा संश्लेषित पहला रेशा था 

नायलॉन 

 (80) सबसे हल्की धातु है

लिथियम 

 (81) विटामिन का खोज किसने किया था

फंक ने 

 (82) बच्चों का मानसिक तथा शारीरिक विकास अवरुद्ध हो जाता है  थायरोक्सिन की कमी से

 (83) श्वेत रक्त का औसत जीवनकाल होता है 

2-4 दिन 

 (84) वायुमंडल में नाइट्रोजन कितना प्रतिशत हो 

78 

 (85) स्थाई तथा अस्थाई कठोरता दूर होती है 

 सोडियम कार्बोनेट से 

 (86) हीरा का आपेक्षिक घनत्व तथा अपवर्तनांक होता है  

क्रमशः   2.2 और 2.42 होता है 

 (87) डीएनए का खोज किया था 

वाटसन एवं क्रीक ने 

 (88) किसी वस्तु का भार अधिकतम होता है 

निर्वात में

 (89) अंडे का आवरण बना होता है 

कैल्शियम कार्बोनेट का

 (90) कैप्सूल का आवरण बना होता है 

स्टार्च का 

 (91) तंबाकू में विषैला पदार्थ होता है 

निकोटीन का

 (92) रेफ्रिजरेटर में जल को ठंडा करने के लिए प्रयोग किया जाता है

 अमोनिया गैस का

 (93) चावल को पॉलिश करने से कौन सा विटामिन नष्ट हो जाता है

 थाइमिन ( बी )

 (94) प्याज तथा लहसुन में गंध किस तत्व के कारण होता है

 पोटैशियम 

 (95) सबसे भारी धातु कौन है 

ओसमियम 

 (96) किस पदार्थ को लगाने से रक्त का बहना रुक जाता है 

फेरिक क्लोराइड

 (97) प्राकृतिक वरण का सिद्धांत को किसने प्रतिपादित किया था

 डार्विन ने 

  (98) नींबू में कौन सा अम्ल पाया जाता है

 साइट्रिक अम्ल 

 (99) कौन सा विटामिन  गर्म करने पर नष्ट हो जाता है 

विटामिन C 

 (100) दूध में कौन सा अम्ल पाया जाता है  

लैक्टिक अम्ल 

  (101) एपी कल्चर का संबंध किस क्षेत्र से है 

मधुमक्खी पालन से 

 (102) सेरीकल्चर का संबंध किस क्षेत्र से है 

रेशम उत्पादन है

  (103) प्रोटीन का पाचन किस अंग में होता है 

छोटी आंत (अमाशय )

  (104) हिमोफीलिया किस प्रकार का रोग है 

अनुवांशिक 

 (105) इंसुलिन की खोज किसने की थी 

बैटिंग एवं बेस्ट ने

 (106) गाय के दूध का पीला रंग किसके कारण होता है 

कैरोटीन के कारण 

  (107) मलेरिया का परजीवी क्या होता है 

प्लाज्मोडियम

(108)  पॉलीथिन किसका बहुलक है 

एथिलीन का

 (109) आंसू में कौन सा एंजाइम पाया जाता है 

लाइसोजाइम 

(110) PH  का निर्धारण किसने किया था 

सोरेनसन ने 

 (111) मनुष्य के शरीर में सबसे बड़ी धमनी कौन है

 महाधमनी

(112)  पृथ्वी की आयु का परीकलन  किस विधि द्वारा किया जाता है

यूरेनियम डेंटिंग विधि द्वारा 

 (113) ब्लैक होल सिद्धांत का प्रतिपादन किसने किया

एस. चंद्रशेखर ने

(114)  चिकित्सा शास्त्र का जनक किसे कहा जाता है 

हिमपोक्रेट्स को 

 (115) कुपोषण में सबसे अधिक कमी किस की होती है

 प्रोटीन की

 (116) शरीर में यूरिया किस अंग में बनता है 

यकृत में

(117)  मनुष्य में बुढ़ापा किस ग्रंथि के लुप्त हो जाने के कारण आता है

थायमस ग्रंथि 

 (118) जीवन रक्षक हारमोंस किस ग्रंथि से स्रावित होता है

 एडिनल ग्रंथि

 (119) आर एच फैक्टर का संबंध किससे है

 रक्त से 

(120) मनुष्य के हृदय में कितने प्रकोष्ठ होते हैं 

चार

  (121) अंडा में कौन सा विटामिन नहीं पाया जाता है

 विटामिन सी

  (122) अंडे के किस भाग में प्रोटीन अधिक पाया जाता है

 उजले  भाग

(123)  जीव विज्ञान का जनक किसे कहा जाता है

 अरस्तु को

(124)  रासायनिक दृष्टि से वाटर ग्लास क्या है 

सोडियम सिलीकेट 

 (125) दर्द दूर करने वाली दवाई क्या कहलाती है

 एनाल्जेसिक 

 (126) प्रोटीन किस से बनी होती है 

अमीनो अम्ल से 

 (127) दूध में कौन सी शर्करा पाई जाती है 

लेक्टोज

 (128) अल्जाइमर रोग में मानव शरीर का कौन सा अंग प्रभावित होता है

 मस्तिष्क 

(129) अंडाणु का निषेचन पर प्रायः  किस में होता है 

फेलोपियन ट्यूब में

 (130)  पौधों में जैव  पदार्थ का बहन किसके माध्यम से होता है  

फलोंयम  द्वारा 

  (131) फोटोग्राफी में कौन सा अम्ल प्रयोग किया जाता है 

ऑक्जेलिक अम्ल का 

  (132) पौधों में गैसों का विनिमय होता है

 स्टोमेटा से 

 (133) वर्णांधता की खोज किया था 

होरनर ने  

  (134) कोशिका की खोज किया था 

राबर्ट हुक ने 

  (135) जीवन की सबसे छोटी रचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई है

 कोशिका

 (136)   गुणसूत्र का खोज किया था 

 वालडेयर ने 

 (137) शैवालो  का अध्ययन कहलाता है 

 फाइकोलॉजी 

(138)  दही में मौजूद अम्ल है 

लैक्टिक अम्ल

 (139) पौधों में जीवन होने की खोज किसने की थी 

जे .सी. बोस ने

 (140) धोने का सोडा कहा जाता है 

सोडियम बाई कार्बोनेट को

 (141) सर्वाधिक उपग्रहों वाला ग्रह है 

बृहस्पति  ग्रह

 (142) सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है 

 वृहस्पति  ग्रह 

 (143) किस विधि के द्वारा समुद्री जल से नमक प्राप्त किया जाता है 

 वाष्पन  विधि द्वारा

 (144) बादलों में विद्युत आवेश होता है का प्रमाण किसने दिया था

 बेंजामिन फ्रैंकलिन ने  

(145) सबसे बड़ी सजीव पक्षी  है

 शुतुरमुर्ग  

(146) जांघ में पाई जाने वाली हड्डी को कहा जाता है

 फिमर की हड्डी 

 (147) पेनिसिलिन के आविष्कारक थे 

अलेक्जेंडर  फ्लेमिंग 

 (148) एलिसा टेस्ट किस का परीक्षण है

 HIV का 

 (149) रक्ताल्पता किसके अभाव के कारण होता है 

फोलिक एसिड 

 (150) किस विटामिन के कमी के कारण स्कर्वी  रोग होता है 

  विटामिन C 

 (151) हिमोग्लोबिन में कौन सा धातु पाया जाता है 

 लोहा

 (152) क्वांटम सिद्धांत का प्रतिपादन किसने किया था 

मैक्स प्लांक  ने 

 (153) कोशिका का शक्ति गृह  कहा जाता है 

माइटोकॉन्ड्रिया को 

 (154) न्यूट्रॉन की खोज किसने की थी 

चैडविक ने

(155)  एक्स-रे का आविष्कार किसने किया था 

डब्लू . के. रोएन्टजेन  ने

 (156) नवजात शिशु में कितनी हड्डियां होती है 

 लगभग 300

 (157) मानव मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग है 

मेडुला ऑब्लांगेटा 

(158) डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एवं डायग्नोस्टिक का केंद्र अवस्थित है

 हैदराबाद में

 (159) त्वचा की बाहरी परत को कहा जाता है

  एपिडर्मिस 

(160) हृदय के बाहर जाने वाली नलिकाओं को क्या कहा जाता है

 धमनी 

(161)  खून होता है 

क्षारीय 

(162)  हवा की गति किससे मापा जाता है 

एनीमोमीटर से 

 (163) रक्त का कितना प्रतिशत प्लाज्मा है 

55%

 (164) बुलेट प्रूफ जैकेट बनाने के लिए किसका उपयोग किया जाता है

 बोरेक्स का 

(165)  दूध से दही बनाने के लिए कौन सा बैक्टीरिया सहायक है

 लैक्टोबैसिलस 

 (166) वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड लगभग कितने प्रतिशत है

 0.03% 

 (167) लैंडस्टेनर को किस खोज के लिए नोबेल पुरस्कार मिला था

 रक्त समूह 

 (168) टिटनेस रोग होता है

 बैक्टीरिया के कारण

 (169) नमक का रासायनिक नाम है

 सोडियम क्लोराइड 

 (170) विटामिन B1 का रासायनिक नाम है  

 थायमीन

  (171) प्रयोगशाला में तैयार पहला कार्बनिक यौगिक था 

यूरिया 

(172)  रक्त को थक्का बनाने में मदद करता है

 थ्रम्बोसाइट

 (173) मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है

 यकृत 

 (174) कुनैन किस पादप से प्राप्त की जाती है 

सिनकोना से

 (175) यूरेनस ग्रह की खोज किसने की थी 

विलियम हर्शेल ने 

 (176) आनुवंशिकी का जनक किसे कहा जाता है

 मेंडल को 

 (177) मानव में गुणसूत्रों की संख्या कितनी है

 23 जोड़ी

(178) टाइफाइड होने पर कौन सा अंग प्रभावित होता है 

आंत 

(179)  टाइटन एक उपग्रह है 

शनि  का

(180)  गैसों के विसरण का सिद्धांत किसने दिया था

 चार्ल्स ने 

 (181) एक हृदय धड़कन के लिए लगभग कितने समय की जरूरत पड़ती है

 लगभग 0.8 सेकंड

 (182) इलेक्ट्रॉन की खोज का श्रेय किसे दिया जाता है

 जे.जे. थॉमसन को

 (183) अम्लीय वर्षा के लिए उत्तरदाई गैस  कौन से  है 

सल्फर डाइऑक्साइड तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड

(184)  ध्वनि ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में रूपांतरण किससे किया जाता है

 माइक्रोफोन द्वारा 

 (185) पोलियो की बीमारी होती है 

विषाणु से 

 (186) लाल रक्त कण किसमें  नष्ट होता है

 यकृत और प्लीहा में 

 (187) मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी है

 स्टेप्स 

(188)  नींबू के रस का PH मान कितना होता है 

2.2

 (189)  गुरुत्वीय त्वरण का मान अधिकतम होता है 

ध्रुवों पर

 (190)  प्रकाश के वेग को मापा था

 रोमर ने 

(191)  न्यूक्लियस के अलावा कोशिका के किस अंग में डीएनए रहता है

 माइटोकॉन्ड्रिया में 

 (192) तारपीन का तेल किससे प्राप्त किया जाता है 

चीड़ से  

(193) अनैच्छिक मांस पेशियां किसके द्वारा नियंत्रित होती है

 रीढ  की हड्डी द्वारा  

 (194) ब्रह्मांड में सबसे हल्का तत्व कौन सा है

 हाइड्रोजन 

 (195) किस वैज्ञानिक ने रक्त समूह की खोज की थी 

लैंड स्टीनर  ने  

(196) सेकंड लोलक की कालावधी होती है 

 2 सेकंड

 (197) लाल चींटी में कौन सा अम्ल पाया जाता है 

फार्मिक अम्ल  

(198) कैंसर के उपचार के लिए प्रयुक्त अक्रिय  गैस है 

रेडॉन 

(199)  उंगली के नाखून में विद्यमान प्रोटीन है 

ग्लोबिन

(200) टूटी हड्डीओं को जोड़ने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है 

प्लासटर ऑफ़ पेरिस का 


Class Xth science निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए (i) हाइड्रोजन + क्लोरीन ⟶ हाइड्रोजन क्लोराइड (ii) बेरियम क्लोराइड + एलुमिनियम सल्फेट ⟶ बेरियम सल्फेट एलुमिनियम क्लोराइड (iii) सोडियम + जल ⟶ सोडियम हाइड्रोक्साइड + हाइड्रोजन

  निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए 

   (i)  हाइड्रोजन + क्लोरीन ⟶ हाइड्रोजन क्लोराइड

   (ii)   बेरियम  क्लोराइड  + एलुमिनियम सल्फेट  ⟶ बेरियम सल्फेट  एलुमिनियम क्लोराइड

   (iii)  सोडियम + जल  ⟶ सोडियम हाइड्रोक्साइड + हाइड्रोजन


उत्तर 

   (i) H2+Cl2 ⟶ 2HCl

    (ii) 3BaCl2 + Al2(SO4)^3  ⟶ 3BaSO4+ 2AlCl3

   (iii) 2Na + 2H2O ⟶ 2NaOH + H2 

  


वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ किया जाता है क्यों ?

  

 श्वशन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहा जाता है क्यों ? 


वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखें


विस्थापन और द्विविस्थापन अभिक्रिया में क्या अंतर है ? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखें

शनिवार, 1 जनवरी 2022

विस्थापन और द्विविस्थापन अभिक्रिया में क्या अंतर है इन अभिक्रियाओ को समीकरण लिखें

 विस्थापन और द्विविस्थापन अभिक्रिया में क्या अंतर है इन अभिक्रियाओ को समीकरण लिखें 

 विस्थापन अभिक्रिया - वैसी अभिक्रिया  जिसमें किसी अभिक्रिया के दौरान  किसी लवण  से  उसका एक तत्व किसी अपेक्षाकृत अधिक क्रियाशील तत्व के द्वारा विस्थापित हो जाता है |विस्थापन अभिक्रिया कहलाती है |

      CuSO4 +Zn  ⟶   ZnSO4 +Cu 

            उपर्युक्त उदहारण में CuSO4    से  Cu ,Zn    द्वारा विस्थापित हो जाता है क्योंकि Zn  अपेक्षाकृत अधिक अभिक्रियाशील है |

द्विविस्थापन  -  वैसी अभिक्रिया जिसमे एक नए उत्पादों के निर्माण की लिए दो अभिकारकों  के बीच  आयनो का आदान-प्रदान होता है | 


Na2SO4(aq)+BaCl2(aq) ⟶ BaSO4(s) + 2NaCl(aq)


वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ किया जाता है क्यों ?

   श्वशन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहा जाता है ?

   वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है ? इन अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखे