राहुल गांधी ने '5 जहाज़ों' को लेकर पीएम मोदी पर साधा निशाना, पहलगाम हमले के बाद हुए संघर्ष पर ट्रंप के बयान का हवाला
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है, जिसमें उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए "5 जहाज़ों" के रहस्य पर स्पष्टीकरण मांगा है। राहुल गांधी ने ज़ोर देकर कहा है कि देश को इस संवेदनशील मुद्दे का सच जानने का अधिकार है। यह बयान हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच मई 2025 में हुए कथित सैन्य संघर्ष की पृष्ठभूमि में आया है।
राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर पहलगाम हमले के बाद की स्थिति और मई 2025 में हुए भारत-पाक संघर्ष का जिक्र करते हुए सुने जा सकते हैं। इस वीडियो में, ट्रंप कहते हुए दिख रहे हैं, "मुझे लगता है कि शायद पाँच जेट नष्ट हो गए थे... शायद भारतीय पक्ष के, या पाकिस्तान के। लेकिन पाँच जेट थे, मुझे लगता है।"
हालांकि, ट्रंप ने अपने बयान में यह स्पष्ट नहीं किया कि ये पाँच जेट विमान किस देश के थे, या इस कथित संघर्ष में किस पक्ष को कितना नुकसान हुआ था। उनका यह बयान, विशेष रूप से राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत - पाक सैन्य संघर्ष में बार बार ये दावा कर रहे है की ये युद्व हमने रूकबया है इस तरह के संवेदनशील सैन्य घटनाक्रम पर टिप्पणी करना, राजनीतिक गलियारों में और मीडिया में गहन चर्चा का विषय बन गया है।
राहुल गांधी ने इसी अस्पष्टता को उठाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से सीधा सवाल किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "मोदी जी, 5 जहाज़ों का सच क्या है? देश को जानने का हक है!
क्या है '5 जहाज़ों' का संदर्भ और रहस्य?
इसी को लेकर राष्टपति ट्रंप ने ये दावा किया की भारत पाक सैन्य संघर्ष में शायद 5 फाइटर जेट नष्ट हुए हालाँकि ये नहीं बताये की इसमें भारत की कितने विमान नष्ट हुए
कांग्रेस का सरकार पर दबाव और पारदर्शिता की मांग
कांग्रेस पार्टी, विशेष रूप से राहुल गांधी, राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य कार्रवाइयों से जुड़े मुद्दों पर सरकार से लगातार पारदर्शिता की मांग करते रहे हैं। उनका यह ताजा हमला भी उसी रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वे प्रधानमंत्री से सीधे तौर पर जवाबदेही मांग रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकार ऐसे संवेदनशील मामलों पर भी चुप्पी साधे हुए है, जिससे जनता में भ्रम और अविश्वास पैदा होता है। विपक्ष का कहना है कि पहलगाम जैसे गंभीर आतंकी हमले के बाद अगर कोई सैन्य जवाबी कार्रवाई हुई है, तो उसकी पूरी जानकारी जनता को मिलनी चाहिए।
सरकार की ओर से चुप्पी
फिलहाल, केंद्र सरकार या प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से राहुल गांधी के इस सवाल या डोनाल्ड ट्रंप के कथित बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। सरकार की ओर से इस मामले पर चुप्पी बरकरार है, जिससे अटकलें और तेज़ हो रही हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी का यह कदम आगामी राजनीतिक परिदृश्य में सरकार पर दबाव बनाने और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर बहस को तेज़ करने का प्रयास है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद की स्थिति में, देश की जनता इन "5 जहाज़ों" के पीछे के सच को जानने का इंतज़ार कर रही है और सरकार से त्वरित व स्पष्टीकरण की उम्मीद कर रही है।
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