शुक्रवार, 18 जुलाई 2025

अमेरिका का पाकिस्तान को बड़ा झटका: TRF 'आतंकवादी संगठन' घोषित

 अमेरिका का पाकिस्तान को बड़ा झटका: TRF 'आतंकवादी संगठन' घोषित

पाकिस्तान की नाकामी उजागर: अमेरिका ने TRF को घोषित किया वैश्विक आतंकी

जम्मू-कश्मीर में आतंक पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम 

वाशिंगटन डीसी/नई दिल्ली: अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका देते हुए, पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) घोषित कर दिया है। यह कदम जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर लगाम कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।

TRF: लश्कर-ए-तैयबा का नया मुखौटा

TRF पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रॉक्सी या मुखौटा संगठन है। इसका गठन अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद किया गया था, जिसका उद्देश्य सुरक्षा एजेंसियों की नज़रों से बचकर अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना था।

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने TRF को विशेष रूप से 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए नृशंस आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। हालांकि TRF ने शुरुआत में इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण बाद में इससे मुकर गया था।

'हाइब्रिड आतंकवादी' TRF की कार्यप्रणाली का एक खतरनाक पहलू है। यह संगठन ऐसे लोगों को भर्ती करता है जो आम नागरिकों की तरह दिखते हैं, लेकिन गुप्त रूप से आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं।

भारत ने इस खतरे को पहले ही भांप लिया था। 5 जनवरी 2023 को ही भारत ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत TRF को आतंकी संगठन घोषित कर प्रतिबंधित कर दिया था। भारत लगातार इस बात पर जोर देता रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग और आतंकी ढांचों को पूरी तरह से खत्म करना बेहद ज़रूरी है।

अमेरिका के कदम का पाकिस्तान पर गहरा असर

अमेरिका के इस फैसले से पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव काफी बढ़ जाएगा। लंबे समय से यह संदेह रहा है कि TRF को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का संरक्षण प्राप्त है। अब अमेरिका की घोषणा इस धारणा को और मज़बूती देगी।

वित्तीय और यात्रा प्रतिबंध TRF पर अब कई तरह के गंभीर कानूनी प्रतिबंध लगेंगे, जिनमें वित्तीय पाबंदी, यात्रा पर रोक और हथियारों के निर्यात पर प्रतिबंध शामिल हैं। ये प्रतिबंध संगठन की गतिविधियों और उसके वित्तपोषण पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ी कूटनीतिक नाकामी भी है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में TRF को आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने का विरोध किया था। अमेरिका के इस कदम से पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक छवि और उजागर हुई है।

कुल मिलाकर, अमेरिका द्वारा TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करना भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत है। यह आतंकवाद के खिलाफ भारत और अमेरिका के बीच गहरे सहयोग को दर्शाता है। उम्मीद है कि यह कदम जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर अंकुश लगाने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर लगाम कसने में कारगर साबित होगा।

क्या आपको लगता है कि इस कदम से क्षेत्र में आतंकवाद पर अंकुश लगाने में वास्तविक रूप से मदद मिलेगी?


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