आवर्धन किसे कहते है ? समझाएँ
आवर्धन ( magnification ) -
प्रतिबिंब की ऊंचाई और वस्तु की ऊंचाई के अनुपात को आवर्धन ( magnification ) कहा जाता है |
आवर्धन को m से सूचित किया जाता है |
यदि वस्तु की ऊंचाई h और प्रतिबिंब की ऊंचाई h` हो तो दर्पण का आवर्धन
m = प्रतिबिंब की ऊंचाई / वस्तु की ऊंचाई
m = h` / h
दिए गए चित्र में
ABP और A`P B` समरुप त्रिभुज है
अतः A`B` / AB = P B` / P B -------- ( 1 )
चिन्ह परिपाटी के अनुसार
प्रतिबिंब की ऊंचाई A`B` = - h`
वस्तु की ऊंचाई AB = + h
वस्तु की दूरी PB = - u
प्रतिबिंब की दूरी P`B` = - v
ऊपर के समीकरण ( 1 ) में इन मानो को रखने पर
- h` / + h = - v / - u
या h`/ h = - v / u
अतः आवर्धन
m = - v / u
नोट - ( चुकि वस्तु को दर्पण के मुख्य अक्ष के ऊपर की ओर रखा जाता है इसलिए वस्तु की ऊंचाई को धनात्मक लिया जाता है |अर्थात आभासी प्रतिबिंब की ऊंचाई को को धनात्मक लेते है |और वास्तविक प्रतिबिंब की ऊंचाई को ऋणात्मक लेते है क्योंकि वास्तविक प्रतिबिंब अक्ष के निचे बनता है
आवर्धन m के मान में ऋणात्मक चिन्ह का मतलब है कि प्रतिबिंब वस्तु की अपेक्षा उल्टा बनता है अर्थात प्रतिबिंब वास्तविक है और अगर m का मान धनात्मक है तो इसका का मतलब है कि प्रतिबिंब आभासी है |)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें